आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

गुरुवार, सितंबर 09, 2010

पाखी की ड्राइंग....कैसी लगी !!

यह देखिये मेरी एक और ड्राइंग...जरुर बताइयेगा कि यह कैसी लगी आपको और अपने इसमें क्या-क्या देखा !!

27 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत प्यारी..बिल्कुल तुम्हारे जैसी. शाबास!

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

भई वाह, बहुत बढ़िया है ......
एक बार जरुर पढ़े :-
(आपके पापा इंतजार कर रहे होंगे ...)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_08.html

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत रंग बिरंगा चित्र।

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा…

जितनी सुन्दर पाखी उतनी सुन्दर चित्रकारी
फिर भी पाखी ज्यादा सुन्दर लग रही है.
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड और साथ में जय श्री राम

Sulabh Jaiswal "सुलभ" ने कहा…

पाखी के जैसी ही निश्छल प्यारी है. आगे भी ड्राइंग बनाती रहना

माधव( Madhav) ने कहा…

simply full of innocence

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

सचमुच, आपकी पोस्ट बहुत बढ़िया है।
--
इसकी चर्चा बाल चर्चा मंच पर भी है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/09/16.html

shikha varshney ने कहा…

अरे ये तो गज़ब बनाया है ..एक एक पंखुरी जोड़ कर फूल ..बहुत ही रचनात्मक.शाब्बाश.

पश्यंती शुक्ला. ने कहा…

सर्वश्रेष्ठ चित्रकारा की चित्रकारी पर कौन सवाल उठाएगा भई

उम्मतें ने कहा…

अरे भाई एक फूल और ढेर सारी आइसक्रीम कोंस तो दिख ही रही हैं! जो भी कहो बनाये बहुत ही सुन्दर !

राजभाषा हिंदी ने कहा…

बहुत अच्छी प्रस्तुति।

हिन्दी, भाषा के रूप में एक सामाजिक संस्था है, संस्कृति के रूप में सामाजिक प्रतीक और साहित्य के रूप में एक जातीय परंपरा है।

हिन्दी का विस्तार-मशीनी अनुवाद प्रक्रिया, राजभाषा हिन्दी पर रेखा श्रीवास्तव की प्रस्तुति, पधारें

शिखा शुक्ला ने कहा…

icecrem, flower aur bhe bahut kuch. bhai pakhi ki penting me to dher sara jaadu hai.

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

Pakhi, apki drawing to bahut khoobsurat hai....badhiya.

Udan Tashtari ने कहा…

पाखी के ब्लॉग से पूरा ब्लॉग जगत रंग बिरंगा हो गया है....बस, वही तो दिख रहा है बेटू की ड्राईंग में. :)

Pawan Rajput ने कहा…

BHUT ACHI DRYING BANAI H APNE.. IS MAIN MAINE DEKHA..PYAR. SACHAI. AUR BHI BHUT KUCH H.. BHUT ACHI H APKI DRY.

Parthvi ने कहा…

बहुत ही रचनात्मक..

P.N. Subramanian ने कहा…

सुन्दर सुन्दर रंगीन बर्फ के गोलेर, जो खाते हैं न.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

पाखी की ड्राइंग देखकर तो हमेशा की तरह दिल खुश हो गया....शुभकामनायें.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

पाखी की ड्राइंग देखकर तो हमेशा की तरह दिल खुश हो गया....शुभकामनायें.

अपर्णा ने कहा…

प्यारी पाखी
आप तो रंगों की परी हैं
कितने जादुई रंग कागज़ पर बिखेर दिए आपने !
हम हैरान हैं !
आपका ब्लॉग माँ-पापा ने आपके हाथों खूब सजाया है ..:))

SPARSH ने कहा…

Drawing dekh kar hi samajh aa gaya ki pakhi ko icecream bahut pasand hai, woh bhi har flavour ki.

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

मेरी प्यारी पाखी,
तुम्हारी इस drawing को देख कर मुझ से ये कविता बन गयी है-

मैं छोटी हूँ मेरे छोटे से
रंग बिरंगे सपनों को देखो
मस्त पवन में उडती जाती
गाना गाती मुझको देखो
मुझको ऐसे ही उड़ना है
नहीं कभी भी रुकना है
छा जाती जो सब के दिल में
मैं पाखी हूँ मुझ को देखो
मेरे प्यारे चित्रों को देखो.

तुम्हे कैसी लगी ये कविता?

Unknown ने कहा…

ठीक वैसी ही जैसी हमारी प्यारी पाखी है...

Shahroz ने कहा…

Excellent...

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

अले, मेरी ड्राइंग के लिए तो खूब अच्छी-अच्छी बातें लिखी हैं. अब तो और भी मन से ड्राइंग बनाउंगी.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ मयंक दादा जी,

चर्चा के लिए आपको ढेर सारा प्यार और आभार.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ यशवंत अंकल,

यह कविता तो बहुत प्यारी लगी...आपको ढेर सारा प्यार और आभार.