आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

गुरुवार, अप्रैल 19, 2012

नन्हीं कलम नाम है, लेकिन काम बड़ों का करती हूँ....



नन्हीं कलम नाम है,
लेकिन काम बड़ों का करती हूँ.
पथ में जो कुछ दिखता है,
शीतल जल से भरती हूँ.

आज इसी शीर्षक से मुझ पर एक रिपोर्ट दैनिक जागरण ने कवर की है. इस पर मेरे ब्लॉग के बारे में भी बताया गया है. आप भी इसे उपरोक्त इमेज पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं.

8 टिप्‍पणियां:

Bhanwar Singh ने कहा…

इसे कहते हैं, पूत के पांव पालने में..अक्षिता (पाखी) को असीम बधाइयाँ !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

वाह, पाखी को बहुत बहुत बधाई..

Shahroz ने कहा…

I also read the same...great achievement..congts.

Shahroz ने कहा…

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डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

बहुत बधाई..

Unknown ने कहा…

अरे वाह, आप तो अभी से अख़बारों की सुर्खियाँ बन रही हैं..बधाई.

Unknown ने कहा…

कम उम्र में सुन्दर कार्य ...भारत का भविष्य सुरक्षित है.

Shyama ने कहा…

नन्हीं कोशिशों से ही बड़े सपने पूरे होते हैं. इतनी कम उम्र में अक्षिता की प्रतिभा की बानगी बड़ी सुन्दर लगती है..बधाई.